दैनिक भास्कर ज्वाइन कर लिया है. अब कुछ दिनों तक इन्हीं की सेवा में लगा रहूंगा. जागरण से मुक्ति पाकर थोड़ा सुकून में हूं. लेकिन भ्रम में मत पड़िएगा कि कम काम कर रहा हूं, हां तीन साल की किच-किच से थोड़ी राहत मिली है. अब चंडी के गढ़ से आपसे मिलता रहूंगा. उम्मीद है कि यहां के क्लीन रहने के दावों के बीच गंदा रहकर भी ब्लॉग पर साफ-सफाई बरतूंगा.
इति
1 टिप्पणी:
Badhia hai...Ramemdar Babu. 6 Mahine baad hi sahi blogiyane to lage. Jo yahan hain we to sirf ririya rahen hain, blogiyana to muskil hi hai. Maslan Ashabd 8 mahine se kunwarepan ki saja kat raha hai. yaad aata hai FARAJ bhi kabhi bloger huaa karte the.kisi ki tarkash se ab teer bhi nahi nikalta...ha..ha..ha..haa...
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